भगवान से संबंधित रोचक तथ्य(27)

पश्चिम बंगाल में दुर्गा पूजा पर केले के पेड़ को साड़ी और सिन्दूर लगा के गणेश जी के साथ उनकी पत्नी के रूप में सीधे हाथ पर बिठाने की परंपरा है।

पश्चिम बंगाल में दुर्गा पूजा पर केले के पेड़ को साड़ी और सिन्दूर लगा के गणेश जी के साथ उनकी पत्नी के रूप में सीधे हाथ पर बिठाने की परंपरा है।

भगवान श्री कृष्ण की 8 पटरानियों में से एक पटरानी जाम्बवती जी थी, श्री कृष्ण और जाम्बवती के पुत्र सांब थे। सांब ने दुर्योधन की पुत्री लक्ष्मणा से गन्धर्व विवाह किया था, इस विवाह से क्रोधित हो कर कौरवों नें सांब से युद्ध किया और इन्हें बंदी बना लिया था। जब कौरवों द्वारा सांब को बंदी बना लेने का समाचार श्री कृष्ण जी के बड़े भाई बलराम जी को मिला तब वो कौरवों से शान्ति वार्ता करने हस्तिनापुर आये। जब कौरवों ने बलराम जी की बात नहीं मानी तो इन्होनें अपने हल से पूरी हस्तिनापुरी नगरी को खीचना शुरू कर दिया, तब कौरव इनके रौद्र रूप को देख कर डर गए थे और उन्होंने सांब और लक्ष्मणा का विवाह कराया था।

भगवान श्री कृष्ण की 8 पटरानियों में से एक पटरानी जाम्बवती जी थी, श्री कृष्ण और जाम्बवती के पुत्र सांब थे। सांब ने दुर्योधन की पुत्री लक्ष्मणा से गन्धर्व विवाह किया था, इस विवाह से क्रोधित हो कर कौरवों नें सांब से युद्ध किया और इन्हें बंदी बना लिया था। जब कौरवों द्वारा सांब को बंदी बना लेने का समाचार श्री कृष्ण जी के बड़े भाई बलराम जी को मिला तब वो कौरवों से शान्ति वार्ता करने हस्तिनापुर आये। जब कौरवों ने बलराम जी की बात नहीं मानी तो इन्होनें अपने हल से पूरी हस्तिनापुरी नगरी को खीचना शुरू कर दिया, तब कौरव इनके रौद्र रूप को देख कर डर गए थे और उन्होंने सांब और लक्ष्मणा का विवाह कराया था।

श्री गणेश को हिन्दू धर्म के अलावा बोद्ध धर्म में भी पूजा जाता है, महायाना बोद्ध धर्म में इन्हें विनायका के नाम से जाना जाता है, तिब्बत, चीन और जापान में गणपति की नाचते हुए कई प्रतिमायें देखने को मिलती हैं।

श्री गणेश को हिन्दू धर्म के अलावा बोद्ध धर्म में भी पूजा जाता है, महायाना बोद्ध धर्म में इन्हें विनायका के नाम से जाना जाता है, तिब्बत, चीन और जापान में गणपति की नाचते हुए कई प्रतिमायें देखने को मिलती हैं।

शिव महापुराण के अनुसार श्री गणेश जी के शरीर का रंग हरा और लाल है, गणेश पुराण में हमारे शरीर के मूलाधार चक्र को भी गणेश ही कहा गया है।

शिव महापुराण के अनुसार श्री गणेश जी के शरीर का रंग हरा और लाल है, गणेश पुराण में हमारे शरीर के मूलाधार चक्र को भी गणेश ही कहा गया है।

श्री गणेश की शारीरिक सरंचना ॐ का प्रतीक है, जहाँ सबसे ऊपर का आकार गणेशजी का मुख है, नीचे का आकार पेट और ॐ की मात्रा श्री गणेश जी की सूड है।

श्री गणेश की शारीरिक सरंचना ॐ का प्रतीक है, जहाँ सबसे ऊपर का आकार गणेशजी का मुख है, नीचे का आकार पेट और ॐ की मात्रा श्री गणेश जी की सूड है।

भगवान शिव को आदि देव कहा जाता है क्योंकि उन्होंने ही धरती पर जीवन के प्रचार-प्रसार की शुरुआत की थी। ‘आदि’ का अर्थ होता है प्रारंभ, इसलिए उन्हें आदिनाथ भी कहा गया है। आदिनाथ होने के कारण ही उनका एक नाम ‘आदिश’ भी है, और इसी ‘आदिश’ शब्द से ‘आदेश’ शब्द बना है। यही कारण है कि नाथ परंपरा के साधु-गण जब भी एक-दूसरे से मिलते हैं, तो ‘आदेश’ कहकर अभिवादन करते हैं।

भगवान शिव को आदि देव कहा जाता है क्योंकि उन्होंने ही धरती पर जीवन के प्रचार-प्रसार की शुरुआत की थी। ‘आदि’ का अर्थ होता है प्रारंभ, इसलिए उन्हें आदिनाथ भी कहा गया है। आदिनाथ होने के कारण ही उनका एक नाम ‘आदिश’ भी है, और इसी ‘आदिश’ शब्द से ‘आदेश’ शब्द बना है। यही कारण है कि नाथ परंपरा के साधु-गण जब भी एक-दूसरे से मिलते हैं, तो ‘आदेश’ कहकर अभिवादन करते हैं।

भगवान गणेश को मराठी, मलयालम, कन्नड़ में विनायक नाम से जाना जाता है, तमिल में विनायागार और तेलुगु में विनायाकुडू कहा जाता है।

भगवान गणेश को मराठी, मलयालम, कन्नड़ में विनायक नाम से जाना जाता है, तमिल में विनायागार और तेलुगु में विनायाकुडू कहा जाता है।

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